राजनीति सफर1991 में जनता दल में शामिल हुए और लोकसभा का चुनाव लड़ा और अजमेर से चनुाव हार गए। 1989 में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने झुंझुनू से अपना प्रत्याशी नही उतारा और गठबंधन के कारण जनता दल प्रत्याशी जगदीश धनखड़ को समर्थन किया।
1991 में जनता दल ने टिकट नही दिया तो पार्टी छोड़कर कांगे्स में शामिल हो गए और अजमेर से चुनाव लड़ा और चुनाव हार गए। 1993 से 1998 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे। 1989 से 1991 मे लोकसभा में अपनी भागीदारी निभाई। इस दौरान वे संसदीय कार्य मंत्री भी रहे।
राजस्थान हाईकोर्ट की बार एसोसियेशन में 1986 में अध्यक्ष रहकर भी अपनी भागीदारी निभाई।
1993 में किशनगढ़, अजमेर से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते। इस दौरान वे अंतरराश्ट्रीय कोर्ट काउंसलिंग के सदस्य भी रहे। धनखड़ राजसथान ओलंपिक एसोसियेशन के सदस्य भी रहे।