राजस्थान की प्राकृतिक सांभर झील, जो करती थी टीबी और सांस के रोगों का इलाज

sambhar salt lake, sambhar salt lake jaipur, sambhar salt lake resort, sambhar salt lake hotels, sambhar salt lake exact location, sambhar salt lake rajasthan, wedding destinations in jaipur, top wedding destinations in jaipur, wedding destinations,

जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) सदियों से ही पर्यटकों (Tourist)की पहली पसंद रहा है, इसके साथ ही नमकीन, रसगुल्ले, पापड़, सांगरी, कैर के स्वाद का जायका भी देता रहा है। इसके साथ ही कई बीमारियों के इलाज का भी केंद्र रहा है।
कभी नमक के पानी की प्राकृतिक झील (Sambhar Salt Lake) से भी गंभीर बीमारियों का इलाज भी होता रहा है। आज यही प्राकृतिक झील (Natural Lake) नमक के कारोबार में दुनियांभर में प्रसिद्व है तो नव दंपतियों के लिए (Wedding Destinations) वैडिंग डेस्टीनेशन के रुप में भी उभर रही है।

कुछ ऐसी है साल्ट लेक
आपने झीले तो बहुत देखी होंगी और बहुत में आपने सैर भी की होगी पर राजस्थान में एक खारे पानी की झील भी है, जो प्राकृतिक है। सांभर झील को साल्ट लेक (Sambhar Salt) भी कहा जाता है जो भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय नमक की झील है। यह झील 22.5 किमी क्षेत्र में फैली है। भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय नमक झील है। इस खारी झील 5.1 किमी लम्बी बांध में विभाजित की गयी है, जोकि नमक को बनाने में मदद करता है। मुख्य रूप से मेंढ़ा और रनपंगढ़ नदी से झील के पानी को पानी दिया जाता है।

कभी मिलती थी हवा से इन बीमारियों से राहत
राजस्थान के जयपुर (Jaipur,Rajasthan) जिले में स्थित सांभर (Sambhar) में नमक (Salt)की प्राकृतिक झील से निकलने वाली हवा का रुख भी टीबी यानी क्षय और सांस के रोगी को बहुत राहत देता था। 90 वर्ग मील में करीब आठ से दस फीट तक जल से लबालब झील की हवा में नमक का मिश्रण होने से श्वांस और टीबी के मरीज महीनों तक यंहा रहते थे। पहले क्षय रोग को असाध्य रोग माना जाता था और इसका कोई उपचार भी नही था। इसी झील के गुलाब सागर, सुख सागर और सीता सागर के पास रोगी झील की हवा से अपनी बीमारी के ठीक होने का इंतजार करते थे। कुछ समय बाद वे यंहा से राहत पाकर ही अपने घरों को जाते थे।

इसी झील के किनारे पर सेठ साहूकारों ने रोगियों के लिए बगीचियां बना रखी थी। अंगे्रज शासकों ने नमक कारोबार की इस मुख्य झील के विकास में कोई कसर नही छोड़ी।

सांभर झील का इतिहास
पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत काल के दौरान पुजारी सुक्राचार्य यहाँ रहते थे। उन्होंने अपनी बेटी देवयानी का भारत के सम्राट राजा ययती से उसका विवाह किया था। देवयानी मंदिर अभी तक यहां स्थित है। खुदाई के दौरान बड़ी संख्या में मिट्टी की मूर्तियां, पत्थर के पात्र, और सजाए गए डिस्क पाए गए थे जो अब जयपुर में अल्बर्ट संग्रहालय में रखे गए हैं।

सांभर झील पारिस्थितीक विज्ञान
सांभर झील को रामसर स्थल (अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि) भी कहा गया है क्योंकि आर्द्रता का फ्लेमिंगो और अन्य पक्षियों का घर है जो उत्तरी एशिया से पलायन करते है। सुंदर गुलाबी फ्लेमिंगो, सारस, पेलीकान, रेडशेंकस, टिटिहरी और काले पंखों वाला स्टिल्स यहाँ देखने लायक हैं।

सांभर झील हर साल 196000 टन शुद्ध नमक पैदा करता है। नमक उत्पादन का प्रबंधन सांभर साल्ट्स लिमिटेड (एसएसएल) द्वारा किया जाता है, जो हिन्दुस्तान साल्ट्स लिमिटेड और राज्य सरकार का एक संयुक्त उद्यम है।

सांभर साल्ट लेक का स्थान
सड़क मार्ग से ऐसे पहुंचे सांभर झील (How to Reach Sambhar Salt Lake): सांभर झील जयपुर से 60 किमी और अजमेर से 82 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ के लिए नियमित बसें उपलब्ध हैं और सांभर का रेलवे जंक्शन भी है।

साभंर झील, जयपुर तक कैसे पहुंचे
सड़क से सांभर झील जयपुर शहर के पास 80 किमी की दूरी पर स्थित है। जहाँ आसानी से स्थानीय टैक्सी निजी बसों या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।

रेल मार्ग से ऐसे पहुंचे सांभर झील: जयपुर निकटतम सांभर झील रेलवे स्टेशन के माध्यम से दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों के रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है।
हवाई यात्रा मार्ग से ऐसे पहुंचे सांभर झील: सांभर झील निकटतम जयपुर हवाई अड्डे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है, जिसे संगानेर, जयपुर अंर्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी कहा जाता है जो दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, जोधपुर और उदयपुर से नियमित घरेलू उड़ानों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

पर्यटकों को लुभाती जाहंगीर की बनाई छतरी
जयपुर के महाराजा के बनाए सूर्य मंदिर (Surya Temple) से निकलने वाली शिवजी के नन्दकेश्वर मेले की बारात में हजारों लोग शामिल होते और खटीकों की हथाई तथा लम्बी गली में जोधपुर -जयपुर के बीच में मीठी नोक-झौंक होती। चैहानों की राजधानी रहे सांभर में पृथ्वीराज चैहान का किला अब खंडहर हो गया है। शाकंभरी माता मंदिर की पहाड़ी पर जाहंगीर की बनवाई छतरी आज भी मशहूर है। अकबर को धार्मिक शिक्षा देने वाले संत दादूदयाल की झील में बनी छतरी और उनके चमत्कारों की कथाएं आज भी लोगों की जुबान पर है।

More News : Sambhar salt lake, Smbhar salt lake jaipur, sambhar salt lake resort, sambhar salt lake hotels, sambhar salt lake exact location, sambhar salt lake rajasthan, Wedding destinations in jaipur, top wedding destinations in jaipur, wedding destinations,

Read Hindi News, Like Facebook Page : Follow On Twitter:

Exit mobile version