समझ नहीं आता कि जब महिलाएं आघात से गुजरती हैं तो चुप क्यों रहती हैं: पंकज त्रिपाठी

मुंबई, 25 दिसंबर (आईएएनएस) अभिनेता पंकज त्रिपाठी का कहना है कि वह यह नहीं समझ पाते हैं कि महिलाएं जब भी किसी तरह के आघात का अनुभव करती हैं, तो खुलकर कहने के बजाय चुप रहना क्यों पसंद करती हैं, खासकर निजी जीवन के बारे में वह ऐसा क्यों करती हैं।

उन्होंने कहा, यह मेरे लिए समझ से परे है कि महिलाएं व्यक्तिगत जीवन में आघात से गुजरने के बाद चुप क्यों रहती हैं। अपनी समस्याओं को साझा करने के लिए कहने पर वह अपनी जुबान को बंद रखती हैं। मैं वास्तव में यह नहीं जानता कि इसे कैसे डिकोड किया जाए, लेकिन किसी तरह यह (समस्या) अभी भी हमारे समाज में मौजूद है। भले ही हम उदार शहरी सिटी में रहें, फिर भी समाज के कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां महिलाएं अपनी समस्याओं के बारे में मुखर नहीं हैं।

त्रिपाठी ने यह टिप्पणी नई रिलीज, वेब सीरीज क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड द क्लोज्ड डोर्स को लेकर की। शो में वह वकील माधव मिश्रा का किरदार निभा रहे हैं, जो अन्नू चंद्रा (कीर्ति कुल्हारी द्वारा अभिनीत) का केस लड़ते हैं, एक महिला जो अपने पति विक्रम चंद्रा की हत्या के लिए गिरफ्तार हो जाती है। पति का किरदार जिशु सेनगुप्ता द्वारा निभाया गया है। जैसे-जैसे कहानी सामने आती है, प्रतीत होता है कि खुले और बंद मामले में बहुत सी परतें हैं, और अनु अपने वैवाहिक जीवन में पीड़िता हो सकती है।

त्रिपाठी ने कहा, सीरीज में माधव मिश्रा यह समझने के लिए संघर्ष करते हैं कि अनुराधा चंद्रा ने उनके पति की हत्या क्यों की और ऐसा करने के पीछे उनका असली मकसद क्या था।

रोहन सिप्पी और अर्जुन मुखर्जी द्वारा निर्देशित और अपूर्वा असरानी द्वारा लिखित सीरीज में दीप्ति नवल, शिल्पा शुक्ला, मीता वशिष्ठ, पंकज सारस्वत, और अयाज खान भी हैं।

–आईएएनएस

एमएनएस-एसकेपी

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