जयपुर। राजस्थान में सेना भर्ती रैली (Army recruitment rally) आयोजित करवाये जाने की मांग करते हुए (MP Diya Kumari) सांसद दीयाकुमारी ने मुख्यमंत्री (Letter to CM)को पत्र लिखा है। सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि जन्होने कई बार सेना भर्ती मुख्यालय से संपर्क किया गया और मुख्यालय द्वारा भर्ती रैली के आयोजन की स्वीकृति भी मिल गई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण भर्ती रैलियां स्थगित कर दी गई थी।
सेना सूत्रो द्वारा हॉल ही में मुझे अवगत कराया गया कि पूरे देश मे अनलॉक हो जाने के पश्चात विभिन्न राज्यों के द्वारा सेना भर्ती रैलियों का आयोजन करवाया जा रहा है, जिसमें प्रमुखतः पंजाब, उत्तराखण्ड, उतरप्रदेश, महाराष्ट्र, असम, केरल आदि है, परन्तु राजस्थान में अभी तक किसी भी सेना भर्ती रैली के आयोजन की स्वीकृती नहीं दी गई है।
सांसद ने कहा कि मेरा भारतीय सेना के साथ मे पारिवारिक एवं भावनात्मक रिश्ता रहा है मेरे पिता स्व बिग्रेडियर महाराजा सवाई भवानी सिंह जी का सम्पूर्ण जीवन सेना को समर्पित था। मेरा ऐसा विश्वास है कि राजस्थान की वीर भूमि से हजारों की सख्यां मे नौजवान सेना में भर्ती होने के लिए प्रयासरत रहते है, भारतीय सेना के सूत्रो के अनुसार लगभग 2.23 लाख नौजवान हर साल सेना रैलियों में भाग लेते है, और लगभग 5000 नौजवानो को हर साल सेना भर्ती रैलियों से नौकरी मिलती है।
भारतीय सेना के द्वारा हर राज्य को एक निश्चित कोटा दिया जाता है अगर वह राज्य भर्ती रैली नियत तिथी तक आयोजित नहीं कर पाता है तो यह कोटा दूसरे राज्य को स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि इस वर्ष राजस्थान को जो कोटा दिया गया है उसके अनुसार फरवरी 2021 तक भर्ती रैली आयोजित नहीं हुई तो यह कोटा किसी दूसरे राज्य को स्थानान्तरित कर दिया जाएगा जो की राजस्थान के बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय होगा। अभी तक लगभग 1.60 लाख युवाओं ने सेना भर्ती के लिए अपना पंजीकरण करा लिया है। सेना भर्ती मुख्यालय राजस्थान के जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर एवं नागौर जिलों में भर्ती रैली करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, एवं इन रैलियों मे कोविड-19 की सभी गाईडलाइन का ध्यान रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सांसद ने कहा कि राजस्थान के बेरोजगार युवाओ के साथ न्याय करते हुए जल्द से जल्द सेना भर्ती रैलियां आयोजित करवाये जाने के निर्देश जारी किए जाए। जिससे न सिर्फ बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि देश की सीमाओ को भी नये प्रहरी मिलेगे।