अनेक विषमताओं से डरे बिना बाबा साहेब ने देश को दिशा दिखाई : श्री मेघवाल

Baba Saheb showed direction to the country without being afraid of many inequalities : Shri Meghwal

Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar, Arjunram Meghwal,

Baba Saheb showed direction to the country without being afraid of many inequalities Shri Meghwal

रायसर में संविधान दिवस समारोह

बीकानेर। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर ने अनेक विषमताओं से डरे बिना देश को दिशा दिखाई। देश निर्माण में बाबा साहेब के योगदान को सम्मान देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी 125वीं जयंती के अवसर पर वर्ष 2015 में संविधान दिवस की सौगात दी।

प्रधानमंत्री के निर्देश पर संविधान अंगीकार के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इस वर्ष साल भर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे देश के नागरिकों को संविधान और बाबा साहेब के विराट व्यक्तित्व की जानकारी मिल सके। श्री मेघवाल रायसर में संविधान दिवस समारोह समिति द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।

केंद्रीय मंत्री श्री मेघवाल ने कहा कि 9 नवम्बर 2015 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए 26 नवम्बर को प्रतिवर्ष संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। तब से प्रति वर्ष देश भर में संविधान दिवस मनाया जाता है।

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने देश को सशक्त संविधान दिया। जिसकी बदौलत आज हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारा संविधान ही देश की प्रगति का प्रमुख कारण है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा संविधान निर्माण में योगदान देने वाली पंद्रह महिलाओं के सम्मान में कार्यक्रमों की शुरुआत बीकानेर में की। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने खुद के लिखे गीत के माध्यम से बाबा साहेब और संविधान से जुड़ी विशेषताओं के बारे में बताया।

उन्होंने बाबा साहेब के जीवन से जुड़े अनेक पहलुओं की जानकारी दी और कहा कि वे संस्कृत के प्रकांड पंडित थे। उनका समूचा जीवन हमारे लिए पाठशाला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने बाबा साहेब के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों का विकास करवाया।

इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री मेघवाल और अन्य अतिथियों ने बाबा साहेब के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि देश का संविधान हमें मौलिक अधिकार देता है। साथ ही कर्त्तव्यों की पालना की सीख देता है।

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के दुनिया के 60 देशों के संविधान का अध्ययन करते हुए देश को दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया। यह हमें एक सूत्र में बांधने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षा पर सबसे अधिक जोर दिया और शिक्षित बनो, संगठित रहो और आगे बढ़ो का सन्देश दिया।

Baba Saheb showed direction to the country without being afraid of many inequalities Shri Meghwal

श्रीडूंगरगढ़ विधायक श्री ताराचंद सारस्वत ने कहा कि संविधान हमें एकता का मंत्र देता है। यह कानून के दायरे में रहने की सीख देता है। संविधान से जुड़े कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को इसकी विशेषताओं की जानकारी मिलेगी।

उन्होंने कहा कि श्री मेघवाल के नेतृत्व में गत पंद्रह वर्षों में बीकानेर में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं।

विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री रामगोपाल सुथार ने कहा कि हमारा संविधान हमें कर्त्तव्य पथ पर आगे बढ़ने की सीख देता है। यह देशवासियों के लिए सबसे पवित्र ग्रंथ है।

श्री विजय आचार्य ने कहा कि हमें संविधान के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए। उन्होंने संविधान निर्माण से जुड़े तथ्यों के बारे में बताया। श्रीमती शांता गोदारा ने भी विचार व्यक्त किए।

इससे पहले मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए रवि शेखर मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब ने देश को दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान दिया। यह अनेक विविधताओं के बावजूद हमें एक सूत्र में बांधता है। संविधान हमारा स्वाभिमान और अभिमान है। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते संविधान दिवस को उत्साह पूर्वक मनाना हमारा दायित्व है।

इस दौरान चंपालाल गेदर, महावीर रांका, किशन गोदारा दिलीप पुरी, छैलू सिंह, विक्रम सिंह राजपुरोहित, गुमान सिंह राजपुरोहित, दीपक पारीक, राजेंद्र पवार, कर्नल हेमसिंह शेखावत, नारायण चोपड़ा, दिलीप पुरी, रामेश्वर पारीक, विनोद गिरी सहित बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से आए बड़ी संख्या लोग मौजूद रहे।

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