अहमदाबाद। अहमदाबाद (Ahmedabad city) में किरीटभाई परमार (Mayor Kiritbhai Parmar) ने महानगरपालिका (Amdavad Municipal Corporation) में नए मेयर का पद संभाला है, परमार गुजरात के है और अपनी सादगी के साथ वो अपना जीवन जीते है, जिसके चलते वे आज भी एक छोटी सी झुग्गी में परिवार के साथ रहते है। परमार की सादगी के चर्चे पहले से ही वायरल है। वे दो बार पार्षद रह चुके है और आरएसएस के स्वयंसेवक भी रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने किरीट परमार को मेयर जैसा बड़ा पद देकर पूरी दुनिया में ये संदेश देने की कोशिश की है कि एक सामान्य सा व्यक्ति भी अपनी मेहनत और काम के दम पर बड़े पदों तक पहुंच सकता है।
कुछ ऐसे है परमार
इस तरह का है आशियाना (Ahmadabad Mayor House)
महापौर किरीटभाई (Kiritbhai Parmar)के आशियाने में सिर्फ दैनिक जरूरतों की चीजों के अलावा कुछ भी नहीं है। उनके घर में बैठने के लिए सोफा और भोजन पानी के लिए उपयोग की जाने वाली फ्रिज भी नहीं है। पीने के लिए मिट्टी का बना मटका है, जिसका पानी वे पीते है।
रोज जाते है संघ की शाखा में
महापौर किरीटभाई रोजाना संघ (RSS)की शाखा में जाते हैं और वो बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवा संघ से जुड़े हुए हैं और नियमित रूप से शाखा जाते रहते हैं। किरीट भाई मोहल्ले के लोगों को अपना परिवार मानते हैं।
अविवाहित रहने का लिया निर्णय
अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई परमार ने शादी नहीं की है, उन्होने संघ के नियमों का पालन करते हुए आजीवन अविवाहित रहने का निर्णय लिया है। किरीट भाई के परिवार के नाम पर वो अकेले ही हैं। वे बतातें है कि आरएसएस से जुड़ने के बाद मेरा एक ही लक्ष्य रह गया था और वह है समाज और देश की सेवा करना। बस इसी के चलते मैंने आजीवन अविवाहित रहने का फैसला किया और सालों से अपनी इस झुग्गी में रहता आ रहा हूं। वो कहते हैं कि इस मुहल्ले में रहने वाले ही मेरे परिवार के सदस्य हैं।
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